अटल टिंकरिंग लैब
भारत में दस लाख बच्चों को नियोटेरिक इनोवेटर्स के रूप में तैयार करने’ की दृष्टि से, अटल इनोवेशन मिशन पूरे भारत में केंद्रीय विद्यालयों में अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएँ (एटीएल) स्थापित कर रहा है। इस योजना का उद्देश्य युवा मन में जिज्ञासा, रचनात्मकता और कल्पना को बढ़ावा देना है; और डिजाइन मानसिकता, कम्प्यूटेशनल सोच, अनुकूली शिक्षा, भौतिक कंप्यूटिंग इत्यादि जैसे कौशल विकसित करें। केवी में कुल 340 एटीएल पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। एटीएल एक कार्यक्षेत्र है जहां युवा दिमाग अपने विचारों को स्वयं करें मोड के माध्यम से आकार दे सकते हैं; और नवाचार कौशल सीखें। एटीएल में विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स, रोबोटिक्स, ओपन-सोर्स माइक्रोकंट्रोलर बोर्ड, सेंसर, 3डी प्रिंटर और कंप्यूटर से संबंधित शैक्षिक और शिक्षण ‘इसे स्वयं करें’ किट और उपकरण शामिल हैं। छात्रों के बीच आविष्कारशीलता को बढ़ावा देने के लिए, एटीएल समय-समय पर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं, प्रदर्शनियों, समस्या समाधान पर कार्यशालाओं, उत्पादों के डिजाइन और निर्माण, व्याख्यान श्रृंखला आदि से लेकर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते हैं।
अटल टिंकरिंग लेबोरेटरीज (एटीएल) वर्तमान में हमारे विद्यालय में स्थापित नहीं है।